Meri pahli mohabbat (मेरी पहली मोहब्बत)

हाईस्कूल में था जब तुम्हे पहली बार देखा था, थोड़ी नमकीन सी तीखी सी तुम, सीधा दिल मे उतर गई । तुमसे मिलने के लिए रोज बहाने ढूंढता । घर पर मुझे सभी प्यार करते थें पर इतना प्यार मिलने के बावजूद भी मेरा दिल तुम्हे ही ढूंढ़ता, तुम्हारे ही ख़्वाब देखता । स्वाति नक्षत्र में आसमान से गिरी बारिष की पहली बूंद जैसे चातक को स्वर्गीय सुख का अनुभव कराती है, वैसे ही तुमसे मिलकर मेरे हृदय को अतीव सुख का अनुभव होता था । मैं तुम्हारी उलझनो को समझता था, और तुम मुझे हर हाल में पसंद थी। हमारा प्यार जाति धर्म से ऊपर था । याद है जब मेरी तबियत बहुत ही खराब हो गयी थी, उसी समय हमारे प्यार में दूरियाँ आ गयी थीं । वो वक्त मेरे लिए बहुत मुश्किल था, जब सब लोग थें और तुम मेरे पास नहीं थी। माँ सब जानती थी हर एक बात जो हमारे बीच थी, पर ऐसे वक्त में माँ ने ही तुमको मुझसे दूर कर दिया । वक्त गुजरता गया । मैं शहर पढ़ने आ गया। उसी समय मैंने तुमको कैंटीन में देखा । बहुत खूबसूरत सी स्वीट सी लग रही थी तुम, तुमको देखता ही रह गया । दूरियां नज़दीकियों में बदल गयी । हमारा प्यार जो दिल ही में दम तोड़ने को था फिर से जिंदा हो गया। पर ये क्या कुछ दिनों बादही बहुत सी अफवाहें उड़ने लगी, तुम्हारे अस्मिता पर सवाल उठने लगें। हर तरफ सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे चर्चे होने लगें, मैं हिम्मत नही हारा। मुझपर उन बातों का कोई प्रभाव नहीं था। आखिर प्रभाव भी कैसे हो हमारा प्यार कोई एक दो दिन का नही था, कई सालों से जनता था तुम्हे । पर इस अफ़वाह में तुम कहीं खो सी गयी हर जगह ढूंढा तुम्हे कैंटीन में मॉल में कॉलेज में। दोस्तों से भी पूछा पर तुम्हारा कोई पता नहीं था। कैंटीन वाले अंकल ने कहा कि तुम अपने घर चली गयी, पर तुम्हारे घर का पता उनके पास भी नहीं था । कॉलेज से आने के बाद अक्सर गुमसुम सा बैठा रहता, भूख लगने पर अपने दोस्तों के साथ ढ़ाबे के लिए निकल पड़ता था, क्या करता आखिर मुझे तुमसे प्यार करने के अलावा कुछ आता भी तो नही था ना । दिन बीतते रहें मम्मी से जब भी बात होतीथी तो तुम्हारी चर्चा जरूर होती थी। मम्मी को भी तुम्हारा यूँ मुझे छोड़ के जाना खल रहा था, आखिर जाने से पहले मुझसेएक बार बात तो की होती, भले पूरी दुनिया तुम्हारे विरुद्ध हो जाती पर मैं तुम्हारा साथ कभी नहीं छोड़ता। तुम्हें पता है, जब b.a. 3rd year का फेयरवेल था, तो किसी ने बताया कि तुम कैंटीन में हो, तुम्हे देखने के लिए मैं संचालन छोड़ के कैंटीन में गया तुमको फिर से उसी जगह परदेख कर जुदाई की सारी बातें भूल कर, बीतीहर बात भूल कर हर्षातिरेक से तुमको गले लगा लिया । दूरियों ने हमारे रिश्ते को और मजबूत कर दिया था, फेयरवेल के समय सबके आँखों मे आँसू थें, मेरे आंखों में भी थें। पर वो दोस्तों की जुदाई के नही, तुम्हारे मिलने की खुशी के आंसू थें। डियर मैगी तुम मेरी पहली मोहब्बत हो जिसे मैं कभी भूल नहीं सकता ।।

Comments

  1. Ohoo sir itne interest se pdh rhe the last m sb khrab ho gya😭

    ReplyDelete
    Replies
    1. Hahahaha.....
      Ab kyaa karen meri mohabbt hai hi itni khas 😆🤣🤣😆

      Delete
  2. Maggi ni h koi to h jisase ap pyar krte h feeling kuch aisi hi h 😍bt jo bhi h cutii h ☺😍

    ReplyDelete
  3. Ab bata bhi dijiye ki wo kaun hai, thoda sa unke bare me kuchh bhi.......😊

    ReplyDelete
  4. Mohabbt to shanadar hai baki jo bhi ho

    ReplyDelete
  5. Whhaaa kya sunder Love story hai😛😛

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत हि सुंदर बात है।
      👀🎀

      Delete
  6. सच मे आप मैगी से इतना प्यार करते है तो।
    किसी लड़की से करेंगे तो वह तो नसीब वाली होगी

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular Posts